112वां शहादत दिवस: हाथ में गीता थामे फांसी पर झूल गए अमर शहीद खुदीराम बोस
खुदीराम बोस को भारत माता क पांव में पड़ी बेरियां पसंद नहीं थी. इसी वजह से उन्होंने अपनी पढ़ाई बीच में छोड़ कर आजादी की जंग में कूदे गए थे खुदीराम बोसवे जलसे जुलूसों में शामिल होते थे.
source https://zeenews.india.com/hindi/india/at-18-the-freedom-fighter-went-to-gallows-with-a-smile/726772
Labels: India
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