DNA ANALYSIS: संयोग नहीं 'प्रयोग' था शाहीन बाग, देश को बंधक बनाने की रची गई साजिश
शाहीन बाग (Shaheen Bagh)में 14 दिसंबर 2019 से 24 मार्च 2020 तक नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में चले प्रदर्शन को सुप्रीम कोर्ट ने गलत माना है. विरोध के अधिकार की एक सीमा: सुप्रीम कोर्ट अदालत ने अपने फैसले में कहा है कि विरोध के अधिकार की एक सीमा होती है.
source https://zeenews.india.com/hindi/india/dna-analysis-shaheen-bagh-was-no-coincidence-but-experiment/761796
Labels: India
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