ईमानदारी पर भारी पड़ी बेरोजगारी! जानिए सरकारी नौकरी के लालच में क्यों फंसा भारत
सरकार के आंकड़ों के मुताबिक, भारत के सरकारी स्कूलों में पढ़ाने वाले करीब 14 प्रतिशत टीचर्स बच्चों को पढ़ाने के योग्य ही नहीं है. कुल मिलाकर अगर नकल करने वाले या अयोग्य टीचर्स बच्चों को पढ़ाएंगे तो देश कभी आगे नहीं बढ़ पाएगा.
source https://zeenews.india.com/hindi/india/up-tet-exam-paper-leak-case-why-government-job-is-first-choice-of-the-people-of-india/1037631
Labels: India
0 Comments:
Post a Comment
Subscribe to Post Comments [Atom]
<< Home